दीपक बाली बने “आप” के प्रदेश अध्यक्ष, जानिए बचपन से लेकर आज के दीपक बाली की कहानी…..

देहरादून (अजीत जैन)। मात्र डेढ साल का राजनीतिक करियर और यह शख्स बन गया एक बड़े राजनीतिक दल का प्रदेश अध्यक्ष। जी हां, हम बात कर रहे है आम आदमी पार्टी के नए प्रदेश अध्यक्ष दीपक बाली की। आज देहरादून में आम आदमी पार्टी कार्यालय में जब पार्टी के प्रदेश प्रभारी दिनेश मोहनिया नें दीपक बाली के रूप में पार्टी के नए प्रदेश अध्यक्ष की घोषणा की तो वहां मौजूद हर कोई यह जानने का इक्छुक दिखा कि आखिर कौन है यह दीपक बाली, जिन पर पार्टी नें इतना बड़ा भरोसा जताया है। आइए, आपको बताते है दीपक बाली के काशीपुर के टांडा उज्जैन मोहल्ले से देहरादून तक पहुँचने का सफर।

दीपक बाली का जन्म 26 जनवरी 1973 को काशीपुर के मोहल्ला टांडा उज्जैन में हुआ था। उनके पिता रतन लाल बाली क्षेत्र के प्रसिद्ध टिम्बर व्यवसायी थे। दीपक बाली की प्रारंभिक शिक्षा पहले गीता बाल मंदिर फिर उदय राज हिन्दू इंटर कॉलेज से हुई। दीपक,उसके उपरांत राधे हरि राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय में स्नातक करते समय छात्र राजनीति में उतर गए। इस दौरान हुए राज्य आंदोलन में सक्रिय भूमिका निभाई जिसके चलते उन्हें कुछ दिन फतेहगढ़ सेंट्रल जेल में भी रहना पड़ा। दीपक बचपन से ही शांत व मिलनसार व्यवहार के थे। राज्य बनने के बाद उन्हें राज्य आंदोलकारी घोषित किया गया। इस दौरान उन्हें व्यापार कर विभाग में नौकरी की पेशकश भी मिली, पर दीपक नें नौकरी न कर पिता के व्यापार में हाथ बटाना शुरू कर दिया। 29 जुलाई 2000 को दीपक बाली का विवाह करनाल निवासी उर्वशी दत्त से हुआ। दीपक इस दौरान प्रॉपर्टी के व्यवसाय से जुड़ गए। बस यही से उनके व्यापारिक जीवन मे नया मोड़ आया। दीपक देखते ही देखते क्षेत्र के प्रमुख बिल्डर्स में शुमार हो गए। उनकी कम्पनी डी बाली इंफ्रास्ट्रक्चर एंड डेवलपर नें उत्तराखण्ड ही नही अपितु कई अन्य राज्यों में भी व्यापार की ऊंचाइयों को छुआ। उनकी धर्मपत्नी उर्वशी दत्त बाली उनके साथ व्यापारिक क्षेत्र में कंधे से कंधा मिलाकर साथ निभाती रही। इस दौरान बाली ग्रुप फ़िल्म निर्माण के क्षेत्र में भी उतर गया। डी बाली फिल्म्स के बैनर तले ” दाल में कुछ काला है” फ़िल्म का निर्माण किया। भले ही फ़िल्म कामयाब नही हो सकी परन्तु दीपक बाली की फ़िल्म इंड्रस्ट्री के कई नामचीन लोगों से गहरी मित्रता हो गई। यही वजह है कि आज भी कई फिल्मी हस्तियां काशीपुर में उनके आवास पर आती रहती है। 26 मार्च 2019 को काशीपुर के कुंडेश्वरी चौकी में हुए एक मामले नें दीपक बाली को झकझोर कर रख दिया। उन्होंने इसके बाद व्यापारिक जीवन से राजनीतिक जीवन मे आने का फैसला लिया। आखिरकार उनकी मुलाकात दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल से हुई, इस मुलाकात से दीपक इतने प्रभावित हुए कि 19 अक्टूबर 2020 को उन्होंने अरविंद केजरीवाल के समक्ष आम आदमी पार्टी की सदस्यता ग्रहण कर ली। दीपक बाली के अंदर काम करने की ललक के साथ ही उनके मैनेजमेंट के तरीके ने पार्टी के नेताओं को खासा प्रभावित किया। यही वजह रही कि पार्टी में पहले उन्हें प्रदेश उपाध्यक्ष व फिर प्रदेश चुनाव कैम्पेन कमेटी की कमान सौंपी गई। इतना ही नही दीपक बाली को पार्टी नें काशीपुर विधानसभा सीट से भी अपना प्रत्याशी बनाया। दीपक बाली इस चुनाव में तीसरे नम्बर पर रहे। लेकिन उन्होंने हार नही मानी। दीपक बाली के इसी जज्बे को तब सराहना मिली जब चुनाव बाद दिल्ली में हुई चुनावी हार की समीक्षा बैठक के दौरान दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल दीपक बाली से करीब आधा घण्टे एकांत में बात कर उन्हें उत्तराखण्ड की कमान सौपने की बात कही। दीपक बाली नें इस जिम्मेदारी को निभाने की स्वीकृति दी। आज देहरादून में दीपक बाली को आम आदमी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष के रूप में जिम्मेदारी मिली है। दीपक बाली के काशीपुर के टांडा उज्जैन की गली से देहरादून की सियासी गली का सफर वाकई दिलचस्प है।