
काशीपुर (काशीभूमि ब्यूरो)। एक व्यक्ति द्वारा उत्तराखंड के प्रमुख उधोगों के उत्प्रवाह पर सवाल उठाकर उन उद्योगों को नोटिस भेजे जाने से उधोगों को बेबजह परेशान करने का मामला प्रकाश में आया है। काशीपुर के प्रमुख उधोग समूह द्वारा इस बाबत जिलाधिकारी उधमसिंह नगर को पत्र लिखकर उक्त व्यक्ति के खिलाफ कार्यवाही किये जाने की मांग की है। दरअसल उत्तराखंड के प्रमुख उद्योग समूह काशीपुर स्थित काशी विश्वनाथ टेक्सटाइल मिल प्राईवेट लिमिटेड के निदेशक योगेश कुमार जिंदल द्वारा जिलाधिकारी उधमसिंह नगर पत्र लिख कर बताया गया है कि एक अवांछनीय व्यक्ति द्वारा प्रदेश में स्थापित उद्योगों को प्रदूषण के नाम पर भयभीत कर उनके साथ धोखेबाजी व ब्लैकमेलिंग का प्रयत्न किया जा रहा है। श्री जिंदल का आरोप है कि उक्त व्यक्ति द्वारा ईमेल के माध्यम से उन्हें व अन्य उधोगों के साथ ही उत्तराखंड के अधिकारियों को उधोगों से होने वाले उत्प्रवाह की झूठी व मनगढ़ंत शिकायत कर परेशान किया जा रहा है। श्री जिंदल का कहना है कि काशी विश्वनाथ टेक्सटाइल मिल प्राइवेट लिमिटेड में उच्चतम तकनीक पर आधारित जीरो लिक्यूइड डिस्चार्ज अपशिष्ट संयंत्र लगे है, जिसमे उद्योग द्वारा अपशिष्ट जनित उत्प्रवाह पूर्णतः रिसाइकिल किया जाता है व पुनः उद्योग के कार्य मे लिया जाता है। इतना ही नही समय समय पर राज्य व केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के सक्षम अधिकारियों द्वारा निरीक्षण भी किया जाता है। संयंत्र में लगे कैमरों से भी इन सरकारी विभागों द्वारा नजर रखी जाती है। श्री जिंदल की मांग है कि उक्त व्यक्ति द्वारा जो शिकायत की गई है उसका संज्ञान लेते हुए गम्भीरता के साथ उचित एजेंसियों के माध्यम से उधोगों की जांच कराई जाए, यदि उस जांच में उक्त व्यक्ति की शिकायत सही निकलती है तो हम कानूनी कार्यवाही के लिये तैयार है, और यदि शिकायत झूठी पाई जाती है तो आपसे अनुरोध है उक्त व्यक्ति के खिलाफ आपराधिक कार्यवाही अमल में लाकर उधोगों को ऐसे लोगों से बचाया जाए। श्री जिंदल के अनुसार पूर्व में भी उक्त व्यक्ति द्वारा इस तरह का प्रयास किया जा चुका है जो अधिकारियों की सजगता के चलते सफल नही हुआ था। श्री जिंदल ने उक्त पत्र की प्रतिलिपि प्रधानमंत्री कार्यालय सहित विभिन्न उधोग संगठनों व विभागों को भी प्रेषित की है।