काशीपुर के प्रतिष्ठित व्यापारी दम्पत्ति को झांसे में लेकर ठग ली मोटी रकम, देश की नामचीन हस्तियों के नाम पर खेला गया खेल, आप भी पढ़ेंगे तो चौक जाएंगे…

काशीपुर (काशीभूमि ब्यूरो)। देश की प्रमुख राजनीतिक हस्तियों के नाम पर काशीपुर के प्रतिष्ठित व्यवसायी परिवार के दम्पत्ति को झांसे में लेकर लाखों रुपये की ठगी करने का सनसनी खेज मामला सामने आया है। पीड़ित दम्पत्ति द्वारा अपने अधिवक्ताओं के माध्यम से न्यायालय में प्रार्थना पत्र देने के बाद माननीय न्यायालय नें मुकदमा दर्ज करने के आदेश काशीपुर पुलिस को दिए है।
दरअसल काशीपुर के बुरा बताशा गली की रहने वाली व नगर के प्रतिष्ठित व्यवसाई परिवार के दम्पति शिवानी बिंदल पत्नी सिद्धार्थ बिंदल ने अपने अधिवक्ता अमरीश अग्रवाल, मुनिदेव विश्नोई व भारत भूषण एडवोकेट के माध्यम से अपर मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट, काशीपुर के यहां प्रार्थना पत्र देकर बताया कि उसके पति सीधे-साधे शांतिप्रिय नागरिक है, तथा काशीपुर में व्यवसाय करते हैं। उसके पति से लखनऊ निवासी अभिषेक कुमार तिवारी पुत्र मृत्युंजय तिवारी व मृत्युंजय तिवारी पुत्र नामालूम निवासी थाना गोमती नगर, लखनऊ से वर्ष 2020 में परिचय हो गया था इस दौरान इन दोनों ने उसके भोले भाले पति सिद्धार्थ बिंदल को यह कहकर कि वह पीएम नरेंद्र मोदी व उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य एवम अन्य बड़े-बड़े लोगों से जान पहचान रखता है। उक्त लोगो द्वारा दम्पत्ति से कहा गया कि यदि तुम कोई बड़ा व्यापार करो तो व्यापार के लिए विदेशों से व अपने देश के साथ ही उक्त बड़े लोगों की सहायता से 53 करोड़ की फंडिंग का इंतजाम करवा कर देंगे। दम्पत्ति से उक्त लोगों ने कहा कि आपके क्षेत्र में चिकित्सा व्यवसाय काफी फल-फूल रहा है। यदि वह कुछ पैसों का इंतजाम करते है तो हम आपको बड़ा अस्पताल खुलवाने के लिए 53 करोड़ की फंडिंग के रूप में इन्वेस्टमेंट करा देंगे। अभिषेक कुमार तिवारी पं मृत्युंजय तिवारी की बातों में आकर शिवानी बिंदल व उसके पति ने उक्त लोगों को 70 लाख रुपये विभिन्न माध्यमों से दे दिए। शिवानी बिंदल का आरोप है कि उपरोक्त भुगतान करने के बावजूद उक्त लोगों द्वारा किसी भी प्रकार की पूंजी उसके पति को नहीं दिलाई गई बल्कि बार-बार अपना पैसा वापस मांगने पर कहने लगे कि उन्हें उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री को कोई कार गिफ्ट करनी है इस हेतु वह हमारी कार हुंडई वरना भी ले गए तथा साथ ही साथ आवश्यक कागज हेतु कुछ कागजात हस्ताक्षरित चेक आदि भी ले गए इसके उपरांत अभिषेक कुमार तिवारी व मृत्युंजय तिवारी से व्हाट्सएप के माध्यम से चेटिंग की गई तो उन्होंने देश के नामचीन लोगों के कार्यालय के कागज जिन पर मोहर व सील अंकित है उन्हें भेज दिए। इतना ही नही उक्त लोगों नें भारतीय रिजर्व बैंक व उत्तराखंड सरकार के सचिवों के हस्ताक्षरित पत्र उसके पति को दिखाएं और कहा कि तीस करोड़ 45 लाख की पूंजी निवेश की संस्तुति आपके पति के नाम पर हो गई है। 70 लाख प्राप्त होने पर इस रकम की फंडिंग करा दी जाएगी। प्रार्थना पत्र में शिवानी बिंदल द्वारा बताया गया कि उसके पति द्वारा 70 लाख रुपए इन दोनों को अब तक दिए जा चुके हैं। अब वह फोन करते हैं तो वह लोग गाली गलौज करते है। तथा जान से मारने की धमकी देता है और कहता है कि मैंने तुम्हारी रकम हड़प ली है। शिवानी बिंदल ने दिए हुए प्रार्थना पत्र में बताया इस बाबत काशीपुर पुलिस द्वारा जब कोई कार्यवाही नहीं की गई तो उन्होंने अपने अधिवक्ता अमरीश अग्रवाल, मुनिदेव विश्नोई, व भारत भूषण एडवोकेट के माध्यम से अपर मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट, काशीपुर के यहां धारा 156( 3) का प्रार्थना पत्र दाखिल किया गया। अधिवक्ताओं द्वारा बहस पत्र से संतुष्ट होकर अपर मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट काशीपुर द्वारा काशीपुर कोतवाल को मुकदमा दर्ज करने का आदेश दिया गया है।