विभाग सो रहे कुम्भकर्णी नींद कैसे सुधरेगी काशीपुर की आबोहवा, पढ़िये विशेष रिपोर्ट

काशीपुर ( काशीभूमि ब्यूरो)। काशीपुर में बढ़ते वायु प्रदूषण को रोकने के प्रयास कुछ विभागों की सुस्ती की वजह से धरातल पर नही आ पा रहे है। आज काशीपुर पहुँचे उत्तराखंड प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के वैज्ञानिक डॉ अंकुर कंसल ने नगर निगम में मुख्य नगर आयुक्त विवेक राय व विभिन्न विभागों से पहुँचे अधिकारियों के साथ वायु प्रदूषण को रोकने के लिये बनी कार्ययोजना की प्रगर्ति को लेकर बैठक की। यहाँ बता दें कि वर्ष 2019 में भारत सरकार द्वारा उत्तराखंड प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड को एक कमेटी का गठन कर काशीपुर देहरादून व ऋषिकेश में बढ़ते वायु प्रदूषण को कम करने के निर्देश दिए थे। जिसके बाद नगर निगम काशीपुर, परिवहन विभाग, कृषि विभाग, विकास प्राधिकरण, प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड आदि को समन्यवय बनाकर काशीपुर के वायु प्रदूषण में कमी लाने के लिये कुछ बिंदुओं पर कार्य करना था। अगर काशीपुर नगर निगम को छोड़ दें तो अन्य विभागों की सुस्ती की वजह से काशीपुर की आबोहवा में सुधार नही हो पाया है। इसको लेकर काशीपुर नगर में कई बिंदुओं पर कार्य होने थे पर उनमें से अधिकतर बिंदुओं को अनदेखा किया जा रहा है। यहाँ बता दें कि काशीपुर में बढ़ते वायु प्रदूषण की रोकथाम के लिये परिवहन, नगर निगम, उद्योग, निर्माण कार्य से जुड़े विभागों को निर्देश किया गया था कि दूषित वायु से आम जन को निजात दिलाने के लिये व काशीपुर में वायु प्रदूषण को रोकने के लिए ठोस कार्ययोजना बनाते हुए कुछ उपायों पर कार्य किया जाए।
इस क्रम में परिवहन निगम को निर्देश दिए गया था कि 15 वर्ष पुराने डीजल चलित वाणिज्यिक वाहनों को फेज ऑउट करने के सम्बन्ध में अन्य राज्यों के अनुभवों का भी अध्ययन किया जाए। साथ ही वाणिज्यिक वाहनों हेतु सी0एन0जी0 एवं एल0पी0जी0 लागू करने, शत-प्रतिशत पी0यू0सी0 सार्टिफिकेट जारी करने, वाणिज्यिक वाहनों की निरंतर फिटनैस चेक की जाए।
सड़क से उठने वाले धूल के नियंत्रण के संबंध में नगर निगम को सड़कों की निरंतर सफाई एवं जल छिड़काव करने, पैदलपथ पक्का करने, सड़क के किनारे वृक्षारोपण करने तथा शहर के खुले स्थानों व स्कूलों में सघन पौधारोपण के कार्यों को कार्ययोजना में सम्मिलित करने के निर्देश दिए गए थे। निर्माण सम्बन्धी गतिविधियों के संबंध में कार्यदायी संस्थाओं को निर्माण साईडस को कवर कराने, सामग्री का भंडारण खुले में न करने, सड़क किनारे निर्माण सामग्री को एकत्र करने पर सख्ती से अंकुश लगाने के निर्देश भी निर्देश दिए गए थे इसके लिये तदनुसार कार्ययोजना बनाने के निर्देश निर्माण कार्य से जुड़े विभागों को दिए गए साथ ही औद्योगिक ईकाइयों के सम्बन्ध में उद्योगों में क्लीन फ्यूल इस्तेमाल कराने, नये स्थापित उद्योगों में ठोस ईंधन को प्रतिबंधित कराने को भी कार्ययोजना में शामिल करने के निर्देश उद्योग एवं सम्बन्धित विभाग को दिए थे इसी क्रम में देहरादून शहर में वायु प्रदूषण की निरंतर मॉनीटिरिंग करने के लिए 03 स्थानों पर मॉनीटिरिंग स्टेशन स्थापना एवं काशीपुर एवं ऋषिकेश में भी 01-01 मॉनीटिरिंग स्टेशन स्थापना के निर्देश भी दिए गए थे। 2021 में वायु प्रदूषण में 8 प्रतिशत की कमी लाये जाने का लक्ष्य दिया गया था जो पूरा नही हो पाया। ऐसे में सवाल यह है कि क्या कार्यालयों में बैठकर काशीपुर की गम्भीर समस्या बने वायु प्रदूषण को रोका जा सकता है। तो उत्तर न है। इसके लिये सभी विभागों को समन्यवय बनाकर कार्य करना होगा