
काशीपुर ( काशीभूमि ब्यूरो)। बीते कई दशक से चुनावो में हार का स्वाद चख रहे काशीपुर के कांग्रेसी शायद अब भी सबक लेने के मूड में नही लग रहे है। कांग्रेसियों के बीच आपसी खींचतान इतनी बढ़ गई है कि अब प्रदेश नेतृत्व के आह्वान वाले कार्यक्रमो में भी स्थानीय कांग्रेसी एकजुट दिखाई नही पड़ रहे और न ही काशीपुर के ज्वलंत मुद्दों को उठाकर काशीपुर वासियों को समस्याओं से निजाद दिला पा रहे है। आज जब पूरे प्रदेश में कांग्रेस प्रदेश नेतृत्व के आह्वान पर एलआईसी व एसबीआई के सामने धरना आहूत था तो काशीपुर में जो धरना हुआ वह आपसी खींचतान बताने के लिये काफी था, मात्र गिनती के कांग्रेसी इसमें शामिल हुए । इन चंद कांग्रेसियों में काशीपुर कांग्रेस के दो चार चेहरों को छोड़ कोई भी बड़ा नेता शामिल नही हुआ। साफ जाहिर है कि काशीपुर मे कांग्रेसियों की रार बढ़ रही है। ऐसे में अब जबकि कुछ ही माह में निकाय चुनाव होने है सवाल यह है कि आखिर पिछले चुनावों में मिली हार से कैसे सबक ले पाएंगे कांग्रेसी।
संदीप के नेतृत्व पर उठ रहे प्रश्न !
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आज के धरने में कांग्रेसियों के न पहुँचने पर कई सवाल उठ खड़े हुए है। क्या कांग्रेसियों को संदीप का नेतृत्व रास नही आ रहा, क्या आपसी खींचतान के चलते कांग्रेसी नही आये, क्या पार्टी की लगातार हार से स्थानीय कांग्रेसी अब कांग्रेस से दूर होने लगे है ऐसे ही कई सवाल है जो लोगों के मन मे है
संदीप बोले, कई अन्य जगहों पर भी हो रहा धरना, इस वजह से नही आये कांग्रेसी, महानगर अध्यक्ष संदीप सहगल से जब इस बाबत पूछा गया तो वह बोले कि