बरेली से ड्रग तस्करी का काशीपुर कनेक्शन, जानिए किस तरह काशीपुर में युवाओं को नशे की लत का बनाया जा रहा आदी…..

काशीपुर( काशीभूमि ब्यूरो)। मादक पदार्थों का कारोबार काशीपुर में तेजी से फलफूल रहा है। हर दूसरे दिन मादक पदार्थो के साथ किसी न किसी के पकड़े जाने की खबरें प्रमुखता से प्रकाशित हो रही है। बाबजूद इसके यह काला कारोबार थमने का नाम नही ले रहा है। साफ है कि काशीपुर भी उत्तराखंड में नशे के सौदागरों की पसंदीदा जगह बन गया है. काशीपुर पुलिस ने दो दिन पूर्व एक और नशा तस्कर को 8 ग्राम से अधिक की स्मेक के साथ गिरफ्तार किया। यह स्मेक भी बरेली से काशीपुर लाई गई थी। इससे पूर्व भी पकड़े गए नशा सौदागरों ने बरेली से काशीपुर कनेक्शन का खुलासा किया है। यानी साफ है कि काशीपुर में बरेली के जरिये सौदागर नशे की खेप पहुँचा रहे है। पिछले एक माह में ही काशीपुर पुलिस ने भारी मात्रा में स्मेक पकड़ी है। यानी नशे की यह खेप वह है जो पुलिस के हाथ लगी है. साफ है इससे कहीं ज्यादा खेप काशीपुर आ जाती है. एक अनुमान के मुताबिक ही काशीपुर में सालाना नशे का कारोबार लाखो से अधिक का है.। यानी साफ है कि पुलिस की तमाम चौकसी और नशे के खिलाफ बड़े अभियान के बावजूद काशीपुर में बड़ी संख्या में युवाओं और मजदूरों तक नशा पहुंच रहा है. काशीपुर में नशे के ज्यादातर मामलों के तार बरेली के सौदागरों से जुड़ते हैं। ऐसे में साफ है कि बरेली से काशीपुर तक एक बड़ा सिंडिकेट इस काम से जुड़ा हुआ है। नशा नेटवर्क से जुड़े लोगों की जड़ें अब इतनी गहरी हो चुकी हैं कि इनका कारोबार उत्तराखंड में अरबो तक पहुंच चुका है। सबसे ज्यादा शिकार शिक्षित वर्ग हो रहा है। इनमें भी युवाओं की संख्या सबसे ज्यादा है। भयावह स्थिति यह है कि ऐसे भी कई परिवार हैं जिन्हाेंने इस धंधे को रोजी-रोटी से जोड़ लिया है। नशे की तस्करी में अब बच्चों और महिलाओं को भी हथियार के रूप में इस्तेमाल किया जा रहा है। शहर में ऐसे कई ठिकाने हैं, जहां  महिलाओं की मदद से मादक पदार्थों की बिक्री की जाती है। काशीपुर पुलिस इस काले कारोबार से जुड़े लोगों को जेल भेजने में कामयाब हो रही है। बाबजूद यह कारोबार थमने का नाम नही ले रहा।