चर्चाओं में काशीपुर का एआरटीओ कार्यालय, यह वीडियो बना चर्चा का विषय….

 

काशीपुर (काशीभूमि ब्यूरो)। बीती 13 जनवरी को काशीपुर के सहायक सम्भागीय परिवहन अधिकारी( प्रशासन) का तबादला काशीपुर से सहायक सम्भागीय परिवहन अधिकारी (प्रवर्तन) अल्मोड़ा के पद पर होना व कुछ ही घण्टों बाद यानी 16 जनवरी को उनका तबादला रुक जाना पहले ही सवालों के घेरे में बना हुआ था कि आज काशीपुर कोतवाली के प्रभारी निरीक्षक मनोज रतूड़ी द्वारा इसी एआरटीओ कार्यालय के बाहर एनाउंसमेंट कर कार्यालय में दलाली कर रहे दलालों को कड़ी चेतावनी देने के बाद यह कार्यालय प्रदेश भर में चर्चा का विषय बन गया है। काशीपुर कोतवाली को लगातार मिल रही शिकायतों के बाद आज जिस तरह काशीपुर कोतवाल नें एआरटीओ कार्यालय के बाहर के एनाउंसमेंट कर दलालों को तीन दिन का अल्टीमेटम दिया तो यह बात साफ हो गई कि यह कार्यालय पूरी तरह दलालों के घेरे में है। बीते दिनों काशीपुर विधायक त्रिलोक सिंह चीमा व पूर्व विधायक हरभजन सिंह चीमा ने भी मंडी गेस्ट हाउस में अधिकारियों की बैठक में काशीपुर के एआरटीओ कार्यालय में दलालो के सक्रिय होने की बात कहते हुए एआरटीओ को कड़ी फटकार लगाई थी। ऐसे में बड़ा सवाल है कि क्या इस कार्यालय में दलालों का राज है। हाल ही में एआरटीओ (प्रशासन) का तबादला व कुछ घण्टों बाद तबादला रुक जाना किस ओर इशारा कर रहा है। यह आसानी से समझा जा सकता है। सूबे के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी भ्र्ष्टाचार मुक्त राज्य की सपना को साकार करने में जुटे है। ऐसे में यदि यह कार्यालय दलालों के हवाले है तो कैसे उनका यह सपना पूरा हो पायेगा। काशीपुर कोतवाल मनोज रतूड़ी का यह वीडियो प्रदेश भर में चर्चा का विषय बना हुआ है। वीडियो में कोतवाल रतूड़ी एनाउंसमेंट के जरिये जहां दलालो को अल्टीमेटम देते दिखाई पड़ रहे है तो वही यह भी कह रहे है कि उनके पास दलालों के नाम आ चुके है। देखना होगा कि उनके अल्टीमेटम का इस कार्यालय में क्या असर होता है। साथ ही यह भी देखना होगा कि क्या परिवहन विभाग के अधिकारी इसको गम्भीरता से लेंगे। फिलहाल वीडियो के साथ ही काशीपुर का एआरटीओ कार्यालय चर्चाओं के घेरे में है। (देखिये वीडियो किस तरह काशीपुर कोतवाली के प्रभारी निरीक्षक मनोज रतूड़ी एआरटीओ कार्यालय के बाहर दे रहे अल्टीमेटम)