और जब पत्रकार खबरीलाल नें देखा काशीपुर की राजनीति का नया दृश्य, पढ़िये वर्तमान राजनीति पर एक व्यंग्य

 

   (यह एक राजनीतिक व्यंग्य मात्र है)

काशीपुर ( काशीभूमि ब्यूरो) अरे ओ खबरी, खबरी कहाँ हो, पत्रकार खबरी लाल नें जब यह आवाज अपने घर के दरवाजे पर आती सुनी तो घर के दरवाजे पर घुसलखाने से ही आवाज लगाते हुए बोला अरे कौन है, बाहर से आवाज लगाने वाले ने कहाँ अरे खबरी भाई हम है अध्य्क्ष, यह सुन खबरी ने अपने तन पर लपेटते हुए साबुन को रोका और बोला, अरे अध्यक्ष जी,आपको कैसे आना हुआ, आप ने क्यों कष्ट किया,आने की जरूरत ही क्या थी फोन कर देते हम खुद ही चले आते, अरे नही खबरी, वो न्यौता देना था प्रेसवार्ता का, विधायक जी नें साढ़े ग्यारह बजे बुलाया है ऑफिस में, यह सुन खबरी नें तेजी से अपने ऊपर पानी डालना शुरू कर दिया, खबरी को बेसन के लड्डू व समोसे जो नजर आ रहे थे, तैयार होते हुए खबरी पत्नी से बोला, आज नाश्ता रहने दो, प्रेसवार्ता में ही कर लूंगा। यह कहते हुए खबरी निकल पड़ा अपनी टूटी फूटी साइकिल लिये विधायक जी के कार्यालय की ओर, खबरी विधायक कार्यालय में पहुँचा तो देखा कि विधायक त्रिलोक अपने पिता हरभजन सिंह चीमा व अभी अभी ताजा ताजा भाजपा में आये दीपक बाली संग गुफ्तगू कर रहे थे, जबकि थोड़ी दूरी में ही प्रदेश मंत्री बने चंडोक बैठे थे, खबरी सोच में पड़ गया अरे यह क्या, दीपक बाली और यहाँ, अभी वह सोच ही रहा था कि तीनों नेता प्रेसवार्ता करने पत्रकारों के बीच आ गए । वार्ता में पूर्व विधायक हरभजन सिंह चीमा बीच मे बैठे जबकि एक तरफ पुत्र त्रिलोक व दूसरी तरफ दीपक बाली को जगह मिली, खबरी समझ नही पा रहा था कि राजनीति का यह कौन सा दृश्य है, कि तभी एक पत्रकार चुटकी ले बैठे कि क्या भाजपा में यह नया ग्रुप तैयार हुआ है। सब अब तक समझ गए थे कि आगामी निकाय चुनाव से पहले पूर्व विधायक नें इस प्रेसवार्ता के जरिये तुरुप का इक्का फेंक दिया है, यह इक्का राजनीति के मैदान में आगे चल रहे एक बादशाह की राह में रोड़ा अटकाने को है, उस बादशाह की राह में जिसने हाल ही में सूबे के आका के आगमन पर उन्हें व उनके पुत्र को अपने पोस्टर में जगह भी नही दी थी, साथ ही कई अन्य के पेट मे राजनीतिक दर्द करने के लिये भी थी, खबरी एक हाथ मे चटपटा समोसा लिये दूसरे हाथ से कलम चलाता रहा और बीच बीच मे अपने पुराने कैमरे से फ़ोटो खिंचत देखता रहा कि यह भविष्य की राजनीति की फ़ोटो है या फिर प्रेस वार्ता की। प्रेस वार्ता खत्म हुई तो इसी उलझन के साथ बाहर निकल गया कि पूर्व विधायक हरभजन सिंह चीमा द्वारा राजनीति की पिच पर फेंकी गई यह फ़ास्ट बॉल भविष्य में कितने राजनीतिक विकेट गिराएगी, क्रमशः……..